ऐसे बन रहा है कोरोनाविरस वैक्सीन | कैसे COVID-19 टीके बनाए जाते हैं | INDIA में 21 दिन का लॉकडाउन क्यों?
हेलो दोस्तों ,इस ब्लॉगमें मैं आपको बताऊंगा कि पूरी दुनिया कोरोना वायरस वैक्सीन कैसे विकसित कर रही है और कोविद 19 वायरस के लिए वैक्सीन बनाने के लिए उन्होंने क्या तरीका अपनाया है। कोरोना वायरस वैक्सीन को विकसित करने में कितना समय लगेगा और कब यह बाजार में तैयार हो जाएगा।आपको यह भी पता चल जाएगा कि भारत में 21 दिनों का लॉकडाउन क्यों आवश्यक है और यह कैसे सभी को लाभ पहुंचाने वाला है।
दोस्तों आप सबको पता होगा की इस कोरोना वायरस का एपी सेण्टर चीन देश के वुहान सहर मैं ऐ इस लिए खतरनाकनई के इससे लोग मर रहे है पर इसका ट्रांसमिशन बहोत फ़ास्ट है ऐ वायरस ह्यूमन तो ह्यूमन जल्दी फैलता है मनो मुझे कोरोना है मैंने कई पर खाँसा तोह उसके ड्रॉप्स कोई चीज़ पर पड़े और वो चीज़ कोई और पकडे तोह उससे उसको भी संक्रमण हो सकता है. इसी वजाह से पूरी दुनिया मैं लोकदौन लगे है
Stop Corona Virus |
ऐ कोरोना वायरस फैलता केसा ?
ऐ फैलता है एक इंसान से दूसरे इंसान मैं फैलता है ऐ वायरस को फैलने के लिए मानव सरीर चाहता है। बॉडी मैं तोह स्क्रीन है स्क्रीन से तोह फेल नै सक्क्ता है इस फैलता है नाक , मुँह और आँख से फैलता एंटर करता है और आपके फेफड़ो मैं चला जाता है फेफड़ो को जमा देता है इस लिए आप सास नई ले पाएंगे और आपकी श्वसन तंत्र भंध हो जाता है।
वायरस को रोका कैसे जा सकता है ?
ऐ वायरस ह्यूमन से फैलता है इसी लिए लोखड़ौन लहगाया गया है इस लिए कोई किसि के संपर्क आये आप मैं से किसी को हो गया तोह इससे बचा सकता है ऐ समजने के लिए आपको एक्सामोपले देता हु जैसे की मेरा लैपटॉप और मोबाइल मैं वायरस घुस गया तोह मैं कैसे दूर करूँगा मैं पेण्ड्रीवे से एंटीवायरस के थ्रू स्कैन करूँगा और ऐसे उसमे स्कैन हुआ उससे उसको सोल्वे होगा एंटीवायरस के थ्रू तोह ऐसे ही अपने सरीर के अंदर एंटीवायरस जैसा अपना रोग प्रतिकारक सकती होती है ऐ सकती अपने को जितने भी रोग होते है लड़ने की सकती पूरी करता है।ऐ वायरस उनको सबसे ज्यादा जकड ता इम्यून सिस्टम यानि की रोग प्रतिकारक सकती कमजोर होती है जैसे की बुजुर्ग है और छोटे बच्चे है ऐ उसको जल्दी पकड़ लेता है।
कोरोना वायरस का टिका कब तैयार होगा?
दोस्तों टिक्के का काम चालू हो गया है। ऐ टिक्का बनता कैसे है। जैसे की ऐ वायरस का छोटा भाग करके मतलब वायरस के बिच मैं से काट के उसके टेस्ट कर रहे है इसके लिए कई लोग आके अपना योग दान दे रहे है ऐ वायरस को लड़ने के लिए रोग प्रतिकारक सकती उसकी एंटीबॉडी बनती है और ऐ एंटीबॉडी खून के जरिये बहार ले कर उसका ऐंटीडोट या टिका बनाया जायेगा। कई लोगो मैं रोगपपरेटिकारक शक्ति कमजोर होने के कारन जल्दी रिकवर नई हो पा रहे उनके लिए टिक्के की जरूर पड़ती है इससे जल्दी १० या १४ दिन के अंदर हो जाते है। टिक्का बनने मैं १ से लेकर १.५ वर्ष का समय लग जाता है पर अभी युद्ध की श्थिति समज कर शोध जारी है। ऐ टिका बनाने के लिए ४ अलग अलग फेज में होता है जिसमे से जो पशु परिक्षण किया जाता पर इस बार नै करा जायेगा क्यों की अभी ऐसी श्थिति नई है। रिसेर्च टीम का कहेना है की जनवरी-फरवरी २००२१ तक का समय लग जायेगा गा।
दो तरीको से टिक्का बना जा सकता है। १ Antigenic और २ Genatic से टिक्के की शोध चल रही है।
इससे आपकी डेथ हो सकती है ?
आप को चिंता ना करे आप अपनी रोग प्रतिकारत सकती को बढ़ाना होगा और थोड़े सिम्टम्स दिखे तो नजदीकी हॉस्पिटल या क्लिनिक दिखाए बूढ़े और बचो को अधिक से अधिक संभल कर रखे
Note : कृपया "lockdown" का जरूर पालन करे और सरकारी नोटिफिकेशन की पालन करे ऐ हमारी Gk_plusknowlwdge टीम से घर पर रहे सावधान रहे।
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ऐसे बन रहा है कोरोनाविरस वैक्सीन | कैसे COVID-19 टीके बनाए जाते हैं | INDIA में 21 दिन का लॉकडाउन क्यों?
Reviewed by gk_plus_knowledge
on
01 May
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